शिवलिंग पर मसूर की दाल चढ़ाने के फायदे, होंगे कर्ज और रोग छूमंतर

 

हिंदू धर्म में भगवान शिव की पूजा का विशेष महत्व है। शिवलिंग को भगवान शिव का प्रतीक माना जाता है और इसे पूजने से भक्तों को मानसिक शांति, समृद्धि और खुशहाली की प्राप्ति होती है। विभिन्न अनुष्ठानों और पूजा विधियों के माध्यम से भक्त भगवान शिव को प्रसन्न करने का प्रयास करते हैं। इन अनुष्ठानों में से एक महत्वपूर्ण विधि है शिवलिंग पर मसूर की दाल चढ़ाना। आज ओमांश एस्ट्रोलॉजी अपने पाठको के लिए बेहद खास जानकारी लेकर प्रस्तुत है| शिवलिंग पर मसूर की दाल चढ़ाने से  चमत्कारी रूप से जातक को लाभ प्राप्त होते हैं| तो आईए जानते हैं|

यह परंपरा न केवल धार्मिक दृष्टिकोण से महत्वपूर्ण है, बल्कि ज्योतिषीय दृष्टिकोण से भी इसका विशेष महत्व है।

मसूर की दाल का धार्मिक और ज्योतिषीय महत्व

मसूर की दाल, जिसे हिंदी में लाल दाल भी कहा जाता है, इसका हिंदू धर्म में विशेष स्थान है। इसे मंगल ग्रह से संबंधित माना जाता है, जो ऊर्जा, शक्ति और साहस का प्रतीक है। मसूर की दाल का रंग लाल होता है, जो मंगल ग्रह के रंग से मेल खाता है। ज्योतिष के अनुसार, अगर किसी की कुंडली में मंगल ग्रह अशुभ स्थिति में हो, तो मसूर की दाल का दान या पूजा में प्रयोग करने से इसके दुष्प्रभाव कम हो सकते हैं।

शिवलिंग पर मसूर की दाल चढ़ाने के ज्योतिषीय लाभ,

मंगल दोष का निवारण:

यदि किसी व्यक्ति की जन्म कुंडली में मंगल ग्रह अशुभ स्थिति में हो या मांगलिक दोष हो, तो शिवलिंग पर मसूर की दाल चढ़ाने से मंगल दोष का प्रभाव कम होता है। यह उपाय विशेष रूप से उन लोगों के लिए लाभकारी होता है जिनकी शादी में देरी हो रही हो या वैवाहिक जीवन में समस्याएं आ रही हों।

शारीरिक और मानसिक शक्ति की प्राप्ति: मसूर की दाल को शक्ति और ऊर्जा का प्रतीक माना जाता है। शिवलिंग पर इसे चढ़ाने से भगवान शिव का आशीर्वाद प्राप्त होता है, जिससे व्यक्ति में मानसिक और शारीरिक शक्ति का संचार होता है। यह व्यक्ति को जीवन की कठिनाइयों का सामना करने में सहायक होता है।
स्वास्थ्य में सुधार: यदि किसी व्यक्ति को बार-बार बीमारियां हो रही हों या स्वास्थ्य संबंधित समस्याएं परेशान कर रही हों, तो शिवलिंग पर मसूर की दाल चढ़ाने से स्वास्थ्य में सुधार होता है। यह उपाय व्यक्ति की रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाता है और उसे स्वस्थ और निरोगी बनाता है।
धन और समृद्धि का आगमन: ज्योतिष में मसूर की दाल को धन और समृद्धि से भी जोड़कर देखा जाता है। शिवलिंग पर इसे चढ़ाने से भगवान शिव का आशीर्वाद प्राप्त होता है और घर में धन और समृद्धि का आगमन होता है। यह आर्थिक संकटों को दूर करने में सहायक होता है और व्यक्ति की आर्थिक स्थिति को सुदृढ़ बनाता है।
विवाह में आने वाली बाधाओं का निवारण: मसूर की दाल चढ़ाने से विवाह में आ रही अड़चनें और देरी को दूर किया जा सकता है। यह उपाय विशेष रूप से उन लोगों के लिए अत्यंत लाभकारी माना गया है, जिनकी शादी में अनावश्यक देरी हो रही हो या विवाह में कोई समस्या आ रही हो।
कर्ज से मुक्ति: अगर कोई व्यक्ति कर्ज में डूबा हुआ है और उससे छुटकारा पाने में असमर्थ है, तो शिवलिंग पर मसूर की दाल चढ़ाने से कर्ज की समस्या से मुक्ति मिल सकती है। यह उपाय व्यक्ति की आर्थिक स्थिति को सुधारने और उसे वित्तीय स्वतंत्रता दिलाने में सहायक होता है।

 

शिवलिंग पर मसूर की दाल चढ़ाने की विधि

शिवलिंग पर मसूर की दाल चढ़ाने की प्रक्रिया बहुत ही सरल है, लेकिन इसे विधि-विधान से करना आवश्यक होता है। इसके लिए निम्नलिखित चरणों का पालन करना चाहिए:

शुद्धता: पूजा करने से पहले खुद को शुद्ध करना अत्यंत आवश्यक है। स्नान करके शुद्ध वस्त्र धारण करें और पूजा स्थल को भी शुद्ध करें।

ध्यान और प्रार्थना: पूजा स्थल पर बैठकर भगवान शिव का ध्यान करें और उनके प्रति अपनी श्रद्धा व्यक्त करें। उनसे अपने सभी दुखों और समस्याओं का समाधान करने की प्रार्थना करें।

शिवलिंग पर जल अर्पण: सबसे पहले शिवलिंग पर जल चढ़ाएं। जल चढ़ाने से शिवलिंग शुद्ध होता है और पूजा का प्रारंभ होता है।

मसूर की दाल चढ़ाना: जल अर्पण के बाद शिवलिंग पर मसूर की दाल चढ़ाएं। इसे धीरे-धीरे और सावधानीपूर्वक चढ़ाएं, ताकि दाल शिवलिंग पर अच्छी तरह से ठहर जाए।

प्रसाद वितरण: पूजा के बाद प्रसाद वितरण करें। इसे सभी परिवार के सदस्यों में बांटें और खुद भी ग्रहण करें।

ध्यान और प्रार्थना: अंत में भगवान शिव का ध्यान करें और उनसे अपने सभी कष्टों को दूर करने की प्रार्थना करें।

निष्कर्ष
शिवलिंग पर मसूर की दाल चढ़ाने का धार्मिक और ज्योतिषीय महत्व अत्यधिक है। यह न केवल भगवान शिव को प्रसन्न करने का एक माध्यम है, बल्कि इसके माध्यम से व्यक्ति अपने जीवन की विभिन्न समस्याओं का समाधान भी प्राप्त कर सकता है। चाहे वह मंगल दोष का निवारण हो, स्वास्थ्य में सुधार, या आर्थिक समस्याओं का समाधान, यह उपाय सभी के लिए लाभकारी होता है। इसलिए, जो भी व्यक्ति अपने जीवन में शांति, समृद्धि और खुशहाली चाहता है, उसे इस उपाय को विधि-विधान से अवश्य करना चाहिए। अगर कर्ज की स्थिति है तो ये उपाय करके आप चंद दिनों में अपनी ये समस्या दूर कर सकते हैं| महादेव प्रसन्न होते हैं|

Related posts:

होलिका दहन 2025 की रात करे ये चमत्कारी टोटके, पलट जाएगी किस्मत

मिथुन राशि राशिफल 2025: नए अवसर या चुनौतियों का वर्ष?

2024 जन्माष्टमी उत्सव 26 या 27, जानिए तिथि, विधि और उपाय

कपूर के उपाय: अचानक आपको धनवान बनाते है कपूर के ये उपाय

हर सोमवार करें ये 3 चमत्कारी उपाय! महादेव होते हैं प्रसन्न! संकटों से रक्षा और धन प्राप्ति उपाय! 

गणेश चतुर्थी 2024: स्थापना विधि, तिथि और उपाय , भूलकर भी न करे ये गलती,

शारदीय नवरात्रि 2025: सही विधि से पूजा करें, वरना जीवन में आ सकता है संकट ! जानें कलश स्थापना, उपाय ...

Mahalaya amavsya 2025: महालया अमावस्या 2025 सही तिथि ,समय और विस्तृत जानकारी !

Kartik snan 2025 : कार्तिक स्नान 2025 कब है? कार्तिक स्नान क्यों है इतना खास? जाने तिथि, विधि! 

Vivaah Shubh Muhurt 2025 : विवाह शुभ मुहूर्त 2025 में कब से हैं? जाने 2025 में विवाह की शुभ तिथियां!

सितंबर में जन्मे लोग कैसे होते हैं? सितंबर में जन्मे लोगों का स्वभाव,भाग्यशाली अंक, रहस्य और अनसुने ...

Shani Dhaiya 2026: किन राशियों को मिलेगी राहत, किस पर बढ़ेगा दबाव?

Leave a Comment